प्रधानमंत्री मोदी के बारे में क्या सोचते हैं दूसरे देशों के नेता?
G-20 समिट में वैसे तो विश्व की बड़ी महाशक्तियों ने भाग लिया…और वैश्विक पटल पर भारत की धमक देखी…लेकिन इस बीच लोंगो के जेहन में एक ही नाम था रुस के राष्ट्रपति पुतिन का…और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंन का…पुतिन और शी जिनपिन भले नहीं आए…लेकिन अपना पैगाम भारत के नाम भेज ही दिया…जहां पुतिन ने भारत की सफलता को सराहा…तो वहीं चीन ने भी भारत का लोहा माना…
दुनिया ने भारत की संस्कृति देखी…मेजबानी देखी…संकल्प देखा…दुनिया को साथ लेकर चलने का प्रण देखा…भारत की रफ्तार देखी…और भारत की दोस्ती भी देखी…दुनिया जहां तक देख रही है…भारत उससे कई आगे की सोच रखता है…और आगे बढ़ता चला जाता है…मुश्किल में जो भारत के साथ हो…दुनिया भले उसे दरकिनार कर दे…भारत हमेशा अपनी दोस्ती की ताकत से दुनिया को रूबरू कराता रहता है…एक समय था…जब भारत अकेला था…भारत के सामने विश्व के कई बड़े देश…और पीछे मजबूती से जो खड़ा था…वो था रूस…रूस और भारत का तब का साथ और अब का साथ…वैश्विक पटल पर आज अपनी दोस्ती का इतिहास लिख रहे है…और ये इतिहास वो इतिहास ने नहीं है…जो गुजरते वक्त के साथ धुमिल हो जाए…मिट जाए…बल्कि वो साथ है…जो दोस्ती की एक परिभाषा निर्मित करता है…जब यूक्रेन पर महाशक्तियों ने रूस को अलग थलग कर दिया था…तब भारत रुस के साथ खड़ा था…और आज दुनिया भारत के साथ खड़ी है…ये है भारत का दम…
भारत में हुए G-20 समिट में भले ही पुतिन नहीं आए….वैश्विक पटल पर भी इसे लेकर काफी चर्चा हुई…लेकिन उससे पुतिन और मोदी की दोस्ती में कोई भी कमी या किसी तरह की खटास नहीं आई…भारत की जो तस्वीर दुनिया ने देखी…उसकी विश्व के शक्तिशाली देशों ने तो देखा ही…बल्कि उसकी तारीफ भी की…वहीं रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भी पीएम मोदी की तारीफ की…रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की…उन्होंने कहा कि PM मोदी मेक इन इंडिया प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं…पुतिन ने ये बात व्लादिवोस्तोक में 8वें ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में मीडिया के सवालों के जवाब में कहीं…उन्होंने कहा कि रूस को अपने यहां बनी कारें…इस्तेमाल करनी चाहिए…इस मामले में भारत ने पीएम मोदी की लीडरशिप में उदाहरण पेश किया है…
पुतिन ने कहा पहले हमारे पास अपने देश में बनी कारें नहीं थीं…लेकिन अब हैं…ये सच है कि वो ऑडी और मर्सिडीज की तुलना में कम अच्छी दिखती हैं…लेकिन ये कोई समस्या नहीं है…हमें रूस में बनी गाड़ियां इस्तेमाल करनी चाहिए…हमें अपने सहयोगी देश भारत को फॉलो करना चाहिए…वो देश में ही गाड़ियां बना रहे हैं…और उनका इस्तेमाल कर रहे हैं…हमें ये तय करना चाहिए कि किस वर्ग के अधिकारी कौनसी कारें चला सकते हैं…इससे वो घरेलू कारों का इस्तेमाल करेंगे…
गौर करने वाली बात है…जो दुनिया समझ गई वो विपक्ष नहीं समझ सका…खैर इसकी बात हम बाद में करेंगे…
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव : PM मोदी मेक इन इंडिया प्रोग्राम को बढ़ावा देने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन: इस साल के जी20 शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया है कि ये समूह अपने सबसे अहम मुद्दों का अब भी समाधान निकाल सकता है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग: जी20 देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए हाथ मिला रहे हैं, जो आर्थिक सुधार पर दुनिया को सकारात्मक संकेत दे रहा है.
ऋषि सुनक: भारत के नेतृत्व के तहत, हमने प्रदर्शित किया कि हम ऐसे समय में एक साथ आ सकते हैं, जब इसकी असल में ज्यादा जरूरत है.
इमैनुएल मैक्रों: भारत ने जी20 अध्यक्ष के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है
आज मोदी आगे आगे चल रहे है…और दुनिया पीछे पीछे पीएम मोदी का अनुसरण कर रही है…एकता क्या होती है…ये दुनिया ने भारत की नीति से सीखा…भारत दुनिया के लिए आज ना सिर्फ एक देश है…बल्कि एक उम्मीद है…भारत दुनिया के लिए एक आस है…क्योंकि वो मुद्दें जिनका सुलझना दुनिया के लिए टेढ़ी खीर साबित होता है…भारत उसका हल बड़ी सहजता से निकाल देता है…ये कहना गलत नहीं होगा…कि दुनिया की नजरों में आज भारत विश्वगुरु बन गया है…